धीरे-धीरे वह नींद के आगोश में समा गया। धीरे-धीरे वह नींद के आगोश में समा गया।
असल मे आज रिया के घर कुछ रिश्तेदार आने वाले थे, मगर किसी कारण आ नहीं पाए। कितने पकवान असल मे आज रिया के घर कुछ रिश्तेदार आने वाले थे, मगर किसी कारण आ नहीं पाए। कितने ...
क्यों,बहुत डरे-डरे से लग रहे हो?मैंने पूछ लिया।कहीं कुत्ता-उत्ता तो नहीं है ना?उसने मुझ क्यों,बहुत डरे-डरे से लग रहे हो?मैंने पूछ लिया।कहीं कुत्ता-उत्ता तो नहीं है ना?उ...
फूफा जी को किसी ने ढंग से खाने के लिए भी नहीं पूछा फूफा जी को किसी ने ढंग से खाने के लिए भी नहीं पूछा
अतः उसने जल्दी-जल्दी में बिस्किट का पैकेट निकालकर उस बच्चे को थमा दिया अतः उसने जल्दी-जल्दी में बिस्किट का पैकेट निकालकर उस बच्चे को थमा दिया
वो मिट्टी ही तो उसकी मां है, वो ही तो उसे खाने को देती है। वो मिट्टी ही तो उसकी मां है, वो ही तो उसे खाने को देती है।